हत्या को सड़क हादसे का रूप देने की थी कोशिश, भूखंड सौदे में बाकी रकम को लेकर हुई वारदात
Jalore News: जालौर जिले के आहोर थाना क्षेत्र में 17 अप्रैल को हुई अज्ञात व्यक्ति की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने मात्र 48 घंटों के भीतर गुत्थी सुलझाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक की पहचान राजेन्द्र नगर निवासी भैरूसिंह राव (36) के रूप में हुई थी, जिसकी हत्या कर लाश को सड़क दुर्घटना का स्वरूप देने का प्रयास किया गया था।

घटना की सूचना और प्रारंभिक जांच : 17 अप्रैल की सुबह करीब 7:15 बजे पुलिस थाना आहोर को सूचना मिली कि जोगावा-शंखवाली रोड पर एक मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त अवस्था में मिली है, और पास में एक व्यक्ति मृत पड़ा है। थाना प्रभारी नरपतसिंह चंपावत टीम सहित मौके पर पहुंचे और मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान की गई। जिसके बाद में परिजनों ने हत्या की आशंका जताई, जिस पर मामला दर्ज कर गंभीरता से जांच प्रारंभ की गई।

हत्या का कारण बना भूखंड की रकम को लेकर बना विवाद: पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक भैरूसिंह ने अभियुक्त पुराराम को रावलावास क्षेत्र में एक भूखंड बेचा था। दो लाख रुपए पहले दिए गए थे, जबकि शेष पांच लाख की राशि बाकी थी। शेष रकम न देने की नियत से अभियुक्त पुराराम ने अपने भाई लखमाराम और मित्र नरेन्द्रदास उर्फ नीतु के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। 15 अप्रैल को भैरूसिंह को बहाने से बुलाकर एक सुनसान मकान में शराब पिलाई गई और लोहे की रॉड से सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी गई। शव को एक दिन तक उसी मकान में छिपाकर रखने के बाद 16 अप्रैल की रात आरोपियों ने शव को कार में रखकर जोगावा-शंखवाली रोड पर ले जाकर मृतक की मोटरसाइकिल के साथ दुर्घटना जैसा दृश्य रचा।

फोरेंसिक और तकनीकी जांच ने खोले राज़ : एफएसएल टीम, डॉग स्क्वाड, एमओबी तथा साइबर सैल की सहायता से घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए। कॉल डिटेल्स के विश्लेषण से तीनों आरोपियों की पहचान हुई। पूछताछ में उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी: पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए पुराराम पुत्र हेमाराम (39), लखमाराम पुत्र हेमाराम (46), नरेन्द्रदास उर्फ नीतु पुत्र बजरंगदास (30) को गिरफ्तार किया है।