सांचोर के हेमागुड़ा गांव में एक मामी और भांजी ने ईमानदारी की अनूठी मिसाल पेश की है, जिसके बाद में हर कोई उनकी सराहना कर रहा है। दोनो ने मिलकर एक किसान को उनके खोए हुए पैसे वापस लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया है।

भावेश बिश्नोई ने बताया कि हेमागुड़ा गांव की रहने वाली मनीषा बिश्नोई और उनकी मामी भंवरी देवी बिश्नोई दोनों हेमागुड़ा के मंदिर के दर्शन कर घर लौट रही थी। इस दौरान उन्हें बीच रास्ते मे एक बैग मिला। बैग को खोलकर देखा तो उसमें 42,500 रुपये और कुछ बिल थे। इसके बाद में मनीषा और भंवरी देवी बैग अपने घर लेकर आ गए।

यहां पर उन्होंने बिल देखा तो उसमें मालिक के नाम और मोबाइल नंबर लिखा हुआ था। इसके बाद में उन्होंने मालिक से संपर्क किया और बैग के मालिक दानाराम कोली से बात की, दानाराम ने तुरंत बैग की पहचान की और अपने परिवार के साथ मनीषा के घर पहुंचे। इसके बाद में जैसे ही उन्होंने अपने बैग और रूपयो को देखा तो वह खुश और भावुक को गए और दोनों का धन्यवाद दिया।