मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनो में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, जनाब हौंसलों से उड़ान होती है।
गांव में बनी हवाई पट्टी के उद्घाटन समारोह में हरक्युलिस व सुखोई विमानो को देखकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के जोशीला एवं देश भक्ति का भाषण सुनकर पायलट बनने का बनाया मानस।
सांचौर.कहते हैं कि अगर कोई लक्ष्य को पूरा करने का ठान लिया जाए तो पूरी कायनात भी उसे पूरा करने में लग जाती हैं, ऐसा ही कर दिखाया है सांचोर जिले के पहले बने पायलट गौरव जांगिड़ ने। गौरव जांगिड़ सांचोर जिले के सेसावा गांव के निवासी हैं जिनका चयन एयर इंडिया एक्सप्रेस में फर्स्ट ऑफिसर के पद पर हुआ है। गौरव जांगिड़ की स्कूली शिक्षा जोधपुर में हुई और इनके पिता दीपाराम सुथार जोधपुर में वरिष्ठ अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।और इनकी माता गृहणी हैं। पायलट बनने के बाद क्षेत्र सहित जिलेभर में बधाई देने का दौर जारी है।
गांव में बनी हवाई पट्टी के उद्घाटन समारोह को देखकर पायलट बनने का आया विचार
गौरव जांगिड़ ने कुछ वर्ष पूर्व ही भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अगडावा सेसावा हवाई पट्टी के उद्घाटन समारोह में हरक्युलिस व सुखोई विमानो की लैंडिग देखकर ओर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का उद्घाटन समारोह में जोशीला भाषण देखकर ही मन बना लिया था कि उन्हें पायलट ही बनना है। गोरतलब है कि सेसावा गांव में NHAI द्वारा भारतमाला हाइवे पर आपातकालीन हालातों के लिए वायुसेना के लिए हवाई पट्टी बनाई गई है। पाकिस्तान बॉर्डर से महज 40 किलोमीटर दूर इस हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमान उतरेंगे। 3000 मीटर लंबी एव 33 मीटर चौड़ी इस हवाई पट्टी के निर्माण हुआ है। इसका उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ था। जिसमें कई बड़े विमान और फाइटर प्लेन उतरे थे। उन्हें देखकर जांगिड़ ने सोचा कि क्यों न वे भी ऐसे ही प्लेन उड़ाए। उसी के बाद उन्होंने अपने इस सपने को साकार करके हकीकत में बदल दिया।
जर्मनी से प्राप्त की बोइंग 737 की टाइपरेटिंग गौरव जांगिड़ ने सीनियर सैकण्डरी करने के बाद काॅमर्शियल पायलट ट्रेनिंग वर्ष 2022-23 में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी अमेठी से प्राप्त की। विभिन्न चरणबद्ध परीक्षाएं पास करके एयर इंडिया एक्सप्रेस में चयन होने के बाद जुलाई 2023 में बोइंग 737 की टाइपरेटिंग जर्मनी से प्राप्त की। अगस्त 2023 को एयर इंडिया एक्सप्रेस में फर्स्ट ऑफिसर के पद पर कार्य ग्रहण किया। कम्पनी के निर्धारित प्रशिक्षण के पश्चात् देश-विदेश के लिए हवाई उड़ान भर रहे हैं। सांचोर क्षेत्र का प्रथम पायलट बनने पर यहां के निवासियों के लिए गर्व की बात है, साथ ही सुथार समाज का पश्चिमी राजस्थान के प्रथम पायलट बनने का गौरव भी हासिल किया।
पायलट गौरव के चाचा बोले, शुरुआत से ही होनहार था पायलट गौरव जांगिड़ के चाचा व्याख्याता सुरताराम सुथार ने बताया कि गौरव जांगिड़ साइंस मेथ्स 12वीं कक्षा में अव्वल रहा। पायलट की चयन परीक्षण ऑल इंडिया में पैंतीसवां स्थान प्राप्त किया एवं ट्रेनिंग करने के बाद में वर्तमान में एयर इंडिया में पायलट के पद पर सेवा दे रहे हैं। गौरव जांगिड़ बचपन से ही होनहार था।