पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि हम न्याय का दरवाजा खटखटाएंगे, सांचौर जिले को पुनः लेकर आएंगे।
Sanchore news: सांचोर.राज्य सरकार द्वारा सांचौर जिला खत्म करने के विरोध में सांचौर जिला बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में बुधवार को धरना 11वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान धरने में वक्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ नाराजगी जताते हुए रद्द हुए सांचौर जिले को पुन: बहाल करने की मांग की। धरने में आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार जिला खत्म करने के नाम पर भेदभाव कर लोगों के साथ अन्याय कर रही है। जिसे किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सांचौर जिला भौगोलिक दृष्टि से मापदंड में खरा उतरता है, फिर भी राज्य सरकार ने द्वेष भावना से जिले को खत्म कर दिया, जो सांचौर के लोगों के साथ अन्याय है। इस दौरान उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में बताया कि प्रदेश की वर्तमान सरकार ने पूर्व सरकार द्वारा घोषित सांचौर जिले को 28 दिसंबर को निरस्त कर दिया है। लेकिन डीग, खेरथल व सलूबर जिले जो आबादी के हिसाब से सांचौर जिले के बराबर हैं। डीग जिले की भरतपुर जिले से मात्र 35 किमी दूर खैरथल जिला अलवर जिले से मात्र 45 किमी दूर व सलूंबर जिला उदयपुर जिले से 70 किमी दूर है। जबकि सांचौर जिला जालोर जिले से 145 किमी दूर व अंतिम गांव आकोड़िया रणखार करीब 250 किमी दूर हैं।

पूर्व सरकार द्वारा गठित रामलुभाया कमेटी ने नवगठित जिलों में दूरी व आबादी को मानकर नये जिले गठित किए थे। जबकि वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा कौनसे आधार पर जिलों को निरस्त किया गया कोई स्पष्ट नहीं है। सांचौर जिले को निरस्त करने पर लोगों में आक्रोश हैं। ऐसी स्थिति में जिला पुन: घोषित नहीं होता है तब तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी। इस दौरान पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई, केसाराम मेहरा, रामावतार मांजू, सोहनलाल सारण, सोहनलाल जानी सहित कई जने मौजूद रहे।
