नई कार्यकारिणी ने ली शपथ, फर्जी दस्तावेजों से अतिक्रमण का प्रयास, ट्रस्ट ने जताई चिंता, सांचौर में सराय संस्थान का चुनाव निर्विरोध, जनता के हित में बनेगी रणनीति
सांचौर.सार्वजनिक बेचर सराय संस्थान सांचौर की नई कार्यकारिणी का चुनाव रविवार को आदर्श विद्या मंदिर योग कक्ष में संपन्न हुआ। चुनाव अधिकारी डॉ. विष्णुदास वैष्णव (पूर्व अध्यक्ष, भारत विकास परिषद) के निर्देशन में लोकतांत्रिक तरीके से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष सहित 11 कार्यकारिणी सदस्यों का निर्विरोध निर्वाचन किया गया।

घोषित परिणामों में भंवरलाल मांजू अध्यक्ष, प्रकाश खत्री उपाध्यक्ष, भावेश त्रिवेदी सचिव और मोहनलाल मालू कोषाध्यक्ष चुने गए। इसके अलावा 11 सदस्य निर्विरोध कार्यकारिणी में शामिल हुए।

101 साल पुराना संस्थान : सभा में संस्थान के पूर्व अध्यक्ष सोहनराज मेहता ने स्थापना से अब तक का संपूर्ण इतिहास प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि यह सराय सनातन धर्मावलंबियों की आस्था का प्रमुख केंद्र रही है। जोधपुर महाराजा ने वर्ष 1924 में शिव सनातन धर्मावलंबियों को सार्वजनिक उपयोग के लिए इसका पट्टा जारी किया था।

उन्होंने कहा कि सराय का निर्माण और संचालन पूरी तरह ट्रस्ट की देखरेख में हुआ है, लेकिन वर्तमान में कुछ स्वार्थी तत्व फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अतिक्रमण करने की कोशिश कर रहे हैं।

संपत्ति की सुरक्षा पर जोर : निवर्तमान अध्यक्ष महेंद्र सिंह राव ने नवीन कार्यकारिणी को बधाई देते हुए कहा कि यह सराय सनातन धर्मावलंबियों की महत्वपूर्ण धर्मशाला है और इसकी सुरक्षा करना सभी ट्रस्टीगणों का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि सांचौर की जनता को जागरूक कर इस सराय पर कब्जा करने की कोशिशों को विफल करना होगा।

नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का संकल्प : शपथ ग्रहण के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष भंवरलाल मांजू ने कहा कि सभी सदस्यों और नगरवासियों के सहयोग से संस्थान को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा। सराय की व्यवस्था में सुधार के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई में भी पूरी ताकत झोंकी जाएगी।

सभा का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर जानकी प्रसाद गुप्ता (CA) ने सभी का आभार व्यक्त किया।


