सांचौर जिले का पूरा सेटअप हो चुका था तैयार
सांचोर.प्रदेश की वर्तमान सरकार ने पूर्व सरकार द्वारा घोषित सांचोर जिले को निरस्त कर दिया गया है। जिसके बाद में सांचोर जिले के लोग आक्रोशित हैं और पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई के नेतृत्व में लोगों ने रविवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर आज से महापड़ाव की चेतावनी दी। सांचोर जिले को रद्द करने के विरोध में आज सांचोर का बाजार बंद रहेगा।
पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने बताया कि डीग, खेरथल व सलुम्बर जिले जो आबादी के हिसाब से सांचौर जिले के करीब-करीब बराबर हैं। डींग जिले की भरतपुर जिले से मात्र 35 किमी दूर, खैरथल जिला अलवर, जिले से मात्र 45 किमी दूर व सलुम्बर जिला उदयपुर जिले से 70 किमी दूर है। जबकि सांचौर जिला जालोर जिले से 145 किमी दूर हैं।
पूर्व सरकार द्वारा गठित रामलुभाया कमेटी ने नवगठित जिलों में दूरी व आबादी को मानकर नए जिले गठित किये थे। जबकि वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा कौनसे आधार पर जिलों को निरस्त किया गया कोई स्पष्ट नहीं हैं। सांचौर जिला बनने से जिला मुख्यालय नजदीक होने से लोगों के सभी जिले स्तर के कार्य जल्द होने लगे व आर्थिक बोझ भी ज्यादा नहीं रहा। लेकीन भाजपा सरकार ने जिले को रद्द करके लोगों की भावना के साथ खिलवाड़ किया है, जिससे लोग आक्रोशित हैं।
पूर्व मंत्री बोले; राजनीतिक कारणों से निरस्त किया जिला
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने जिला रद्द किए जाने के बाद भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा-कांग्रेस सरकार ने सांचौर को जिला बनाया था, लेकिन भाजपा ने राजनीतिक कारणों के चलते जिले को निरस्त किया है। जिसके चलते हम जन आंदोलन करेंगे। सांचौर की दूरी जालोर से 180 किमी है। सांचौर के अंतिम गांव की दूरी 250 किमी है। ऐसे में इन गांवों के लोगों के लिए जालोर जाना मुश्किल हो जाएगा।
सांचौर ज़िले को राजनैतिक द्वेष से रद करने के कारण प्रवासी सांचौर वासियों ने दक्षिण मुंबई में सभा कर आक्रोश प्रकट किया और राज्य सरकार व केंद्र सरकार के नाम ज्ञापन भेजा।प्रवासियों ने मातृभूमि पर आए संकट में सक्रिय संघर्ष कर सहयोग करने का संकल्प लिया।