जालौर पुलिस द्वारा अफीम की खेती को किया जब्त, करीब एक बीघा जमीन पर बोये हुए कुल 105000 (एक लाख पांच हजार) अफीम के पौधे किये जब्त, अवैध अफीम की खेती करने वाले 02 आरोपियों को किया गिरफ्तार, सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ नारकोटिक्स एवं नारकोटिक कन्ट्रोल ब्यौरो द्वारा इन पौधो से 29 किलो अफीम का दुध एवं 212 किलो डोडा पोस्त होना था तैयार, अफीम के पौधो से प्राप्त होने वाले अफीम के दुध एवं डोडा पोस्त की अनुमानित कीमत 1,77,70,000 (एक करोड़ सत्ततर लाख सत्तर हजार)

Ndps Act.जालोर जिले में पुलिस ने अवैध अफीम की खेती का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई महानिरीक्षक पुलिस विकास कुमार के निर्देशानुसार और जिला पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद यादव के मार्गदर्शन में की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोटाराम गोदारा और वृताधिकारी गौतम जैन के निकटतम सुपरविजन में पुलिस थाना बिशनगढ के थानाधिकारी निम्बसिंह की नेतृत्व में गठित टीम ने मुखबिर की सूचना पर सरहद ऐलाना (गोगामाड) क्षेत्र में छापेमारी की।

इस कार्रवाई के दौरान अभियुक्त जगदीश उर्फ जगताराम और सकाराम को अवैध अफीम की खेती करते हुए पकड़ा गया। इन दोनों अभियुक्तों ने एक बीघा जमीन में अफीम की खेती की थी, जिसमें कुल 1,05,000 हरे अफीम के पौधे बरामद हुए। इन पौधों का कुल वजन 3153 किलोग्राम था, जिसे 150 बोरी में भरा गया था।

अभियुक्तों से पूछताछ में यह जानकारी मिली कि वे अफीम की खेती के लिए मंगलवाड गांव गए थे, जहां उन्होंने सोशल मीडिया पर अफीम की खेती के बारे में जानकारी हासिल की और फिर अपने खेत में अरण्डी के बीच में छिपाकर अफीम की खेती शुरू की। इन आरोपियों ने अफीम के दूध और डोडा पोस्त को आसपास के क्षेत्रों में बेचने और इससे प्राप्त आय से अन्य स्थानों पर जमीन खरीदने का प्रयास किया।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और केंद्रीय नारकोटिक्स बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार, 1 एकड़ में 90,000 अफीम के पौधे लगाए जा सकते हैं, जिससे 25 किलोग्राम अफीम का दूध और 182 किलोग्राम डोडा पोस्त प्राप्त होता है। इसके आधार पर जब्त किए गए पौधों की अनुमानित कीमत 1,77,70,000 रुपये है।

पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है और एनडीपीएस एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज किया है।