मेरे जीवन की अंतिम सांस तक सांचौर वासियों के लिए संघर्ष करता रहूंगा : पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई
सांचोर.प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में घोषित सांचौर जिले को निरस्त करने के बाद जनाक्रोश तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट के आगे महापड़ाव किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। जिसके बाद में सांचोर जिला बचाओ संघर्ष समिति व पूर्व राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई के नेतृत्व में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने कार्यवाहक एडीएम प्रमोद कुमार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि सांचौर जिला जालोर जिले से 145 किमी दूर दूर है, जबकि अन्य हाल ही में बनाए जिले जैसे डींग, खैरथल, और सलूंबर आबादी और दूरी के मानकों के आधार पर सांचौर के समान हैं। बावजूद सांचौर जिले को निरस्त करना स्थानीय निवासियों के साथ अन्याय है। सुखराम बिश्नोई ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने बिना किसी ठोस आधार के यह निर्णय लिया है। ज्ञापन में बताया कि सांचौर जिला बनने के बाद लोगों के कार्य सरल और सुलभ हो गए थे। अब इसे निरस्त करने से स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस नेता ने की आत्मदाह की कोशिश
जिले को रद्द करने के बाद में सोमवार को महापड़ाव में कांग्रेस नेता अमराराम माली पेट्रोल से भरी बोतल लेकर पहुंचे थे और इसी बीच उन्होंने आत्मदाह की कोशिश की। लेकिन पुलिस कर्मियों की सजगता से उनके हाथ से बोतल को छीन लिया। आपको बता दें कि पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के द्वारा सांचौर जिले को रद्द करने को लेकर दिए गए बयान के बाद में सांचौर जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया था। जिसमें कांग्रेस नेता अमराराम माली ने कहा था कि अगर सरकार जिला रद्द करती है तो वह इसी कलेक्ट्रेट के आगे आत्मदाह कर लेंगे। ऐसे में आज उन्होंने आत्मदाह की कोशिश की।