जालौर ज़िले में नर्मदा वृहद पेयजल परियोजना की पाइपलाइनों से अवैध जल चोरी कर व्यापार करने वालों के विरुद्ध जलदाय विभाग ने सख्त कार्रवाई की है। अधिशाषी अभियंता धर्मचन्द सोनी के नेतृत्व में ग्राम रतनपुरा और धुम्बडिया में अभियान चलाकर कुल 14 अवैध कनेक्शन हटाए गए। इस कार्रवाई में सहायक अभियंता दिगंबर सिंह और जितेंद्र कुमार ने अहम भूमिका निभाई।

वहीं दूसरी ओर, अधिशाषी अभियंता भूरसिंह मीणा और सहायक अभियंता विपुल टांक द्वारा पालड़ी सोलंकियान से झाब तक 1600 एमएम की मुख्य पाइपलाइन पर 5 अवैध जल कनेक्शन काटे गए। इस तरह कुल 19 अवैध कनेक्शनों को हटाकर परियोजना की जल आपूर्ति को सुचारु बनाने की दिशा में कदम उठाया गया है।

कानूनी कार्रवाई की चेतावनी : विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसे अवैध कनेक्शनधारियों से विभागीय दर से पेनल्टी राशि वसूल की जाएगी। साथ ही राजकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, पेयजल का प्रवाह बाधित करने और आमजन को जल से वंचित करने जैसे मामलों में 3 PDR कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

जल चोरी करने वालों पर रखी जा रही है गुप्त नजर : विभाग ने जानकारी दी है कि सम्पूर्ण क्षेत्र में इस तरह के अवैध कार्य करने वालों की गुप्त सूची तैयार की जा रही है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे स्वयं अपने अवैध कनेक्शन हटा लें और अवैध जल बेचने जैसी गतिविधियाँ तुरंत बंद करें। पकड़े जाने पर जुर्माने के साथ-साथ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।

जलदाय विभाग की आगामी योजनाएं : विभाग द्वारा आने वाले दिनों में इस तरह की कार्रवाइयों को और तेज किया जाएगा ताकि सभी को निर्बाध और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जा सके। यह अभियान जल सुरक्षा और आमजन के हित में एक महत्त्वपूर्ण पहल है।