Illegal Clinic : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जालोर एवं उपखण्ड अधिकारी सांचौर द्वारा गठित टीम द्वारा बडसम रोड सांचौर स्थित सत्य गुजरात हॉस्पीटल में पारस शाह द्वारा अवैध तरीके से प्रेक्टिस की शिकायत मिलने पर मौके पर कार्यवाही करते हुए आरोपी पारसशाह को गिरफ्तार किया गया। चिकित्सा विभाग द्वारा गठित कमेटी सदस्य डॉ. ओमप्रकाश सुथार बी.सी.एम.ओ सांचौर, कर्मवीरसिंह तहसीलदार सांचौर, डॉ. नरेन्द्र परमार आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी सांचौर, पुष्पा सोलंकी औषधि नियंत्रण अधिकारी जालोर, अब्बुखां हैड कॉन्स्टेबल पुलिस थाना सांचौर द्वारा कार्रवाई कर प्रथम सूचना रिपोर्ट करवाई गई। कार्यवाही के समय डॉ. भजनलाल डूडी डिप्टी सीएमएचओ जालोर, चरणसिंह डीपीएम जालोर, जगदीश देवासी बीएनओ सांचौर, प्रकाश कुमार कांस्टेबल सांचौर, गोवाराम कॉन्स्टेबल सांचौर टीम में शामिल रहे।

परिवादी बोला-मुझे सूचित नहीं किया : शहर के बड़सम रोड़ पर संचालित हो रहे अवैध क्लीनिक पर जिला कलक्टर की ओर से गठित की गई टीम की ओर से कार्रवाई के बाद जनसुनवाई में परिवाद पेश करने वाले संदीप गोदारा ने सूचना नहीं देने का आरोप लगाया है। गोदारा ने बताया कि उसकी शिकायत के आधार पर कमेटी का गठन किया गया था, लेकिन कमेटी जब जांच के लिए पहुंची तो न तो उसे सूचित किया गया और ना ही उसे दी गई दवाइयों की जांच की गई। उसने बताया कि उक्त मामले में उसने पांच माह में सात परिवाद जनसुनवाई व जिला कलक्टर को दिए थे।

यह बताया था शिकायत में : परिवादी ने विभाग के उच्चाधिकारियों व जिला स्तरीय जनसुनवाई में लिखित में शिकायत प्रस्तुत कर बताया कि उक्त क्लिीनिक में अवैध तरीके से प्रेटिक्टस करने वाले पारसशाह द्वारा आने वाले मरीजों को डिमांड के अनुसार प्रतिबंधित दवाइयां बेचकर बड़ी रकम वसूली जा रही है। प्रतिबंधित ट्रामाडोल, एडनोक, अल्प्राजोलम आदि दवाइयां बड़े पत्ते को टुकड़ों में काटकर वह दवाइयां के पूरे पत्तों से टैबलेट निकाल कर खुली पॉलिथीन में डालकर मरीज को दी जाती है। जिसमें ना तो मैन्युफैक्चरिंग का पता चलता है और ना ही दवाई का नाम और ब्रांड का पता चलता है और ना ही एक्सपायर डेट की जानकारी लग पाती है।

इनका कहना..
सत्य गुजरात हॉस्पिटल पर कलक्टर के आदेश पर गठित कमेटी के साथ जांच करने गए थे। इस दौरान अवैध प्रेक्टिस कर रहे पारसशाह के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया गया है। परिवादी मरिज को सूचना दी गई थी, लेकिन कोई उपस्थित नहीं हुआ ।
पुष्पा सोलंकी, ड्रग इंस्पेक्टर, औषधि नियंत्रण विभाग, जालोर।
जिला कलक्टर के निर्देश पर गठित कमेटी के तहत जांच करने के लिए गए थे। यह ड्रग इंस्पेक्टर के अधीन अधिकार क्षेत्र में आता है। किस परिवादी को बुलाना या नहीं बुलाना वह ड्रग इंस्पेक्टर के अधिकार क्षेत्र का मामला है ।
कर्मवीरसिंह तसीलदार सांचौर ।