•भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के बयान के बाद हलचल तेज
•सांचौर जिला हटेगा बयान के बाद सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री पहुंचे जयपुर
•पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई जयपुर रवाना से पूर्व मीडिया से बोले; सांचौर जिले को जो छेङेगा हम उनको छोड़ेंगे नहीं
सांचोर.सांचोर जिला रहेगा या नहीं……? यह सवाल आज हर किसी के जहन में उठ रहा है क्योंकि कल रविवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के द्वारा दिये गए एक बयान के बाद नए जिलों को लेकर एक हलचल पैदा हो गई हैं। उन्होंने अपने बयान में सांचोर जिले का भी जिक्र किया है।
उनका कहना है कि सांचोर सहित कई ऐसे जिले भी है जो कि मापदण्डों के अनुरूप नहीं हैं। ऐसे में नए बने जिलों में से करीब 6 से 7 जिले हटाए जाएंगे। इस बयान के बाद में सांचोर जिले के लोग इसके विरोध में उतर आए हैं। लोगों का कहना है कि अगर सांचोर जिले को रद्द करने की सोची तो एक बड़ा आंदोलन होगा और अंतिम समय तक सांचोर जिले को यथावत रखने के लिए आंदोलन किया जाएगा।
पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई देर रात जयपुर के लिए रवाना
प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के द्वारा दिये गए बयान के बाद में पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई के द्वारा भी एक वीडियो जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार के मन मे खोट हैं। इसलिए उनकी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष ऐसे वक्तव्य दे रहे हैं, उन्होंने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष के द्वारा दिये गए वक्तव्य की हम निंदा करते हैं, सांचोर जिला सभी मापदण्डों को पूरा करता है, पुराना जिला जालोर जो कि 150 किलोमीटर दूर हैं,
ऐसे में यहां के लोगों को जालोर जाने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार के द्वारा सांचोर जिले की घोषणा की गई थी।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी जिले को यथावत रखने की मांग की
सांचोर जिले को यथावत रखने की मांग सिर्फ कांग्रेस के कार्यकर्ता ही नहीं कर रहे हैं बल्कि भाजपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि सांचोर जिले को यथावत रखा जाए, अगर पुनर्सीमांकन करना चाहे तो कर सकते हैं लेकिन जिला मुख्यालय सांचोर ही रखे। अन्यथा भाजपा को इसका नुकसान झेलना पड़ सकता है। हालांकि अभी तक भाजपा सांचोर के किसी बड़े नेता या स्थानीय निर्दलीय विधायक के द्वारा इसको लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई हैं।