सांचौर. शहर में आज शिक्षक दिवस के अवसर पर निजी विधालय व महा विधालय में शिक्षक दिवस मनाया गया।
राजकीय महाविद्यालय सांचौर में भी आ “भारत में गुरु-शिष्य परंपरा अतीत, वर्तमान एवं भविष्य” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कार्यवाहक प्राचार्य मूलाराम ने बताया कि विद्यार्थी को उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करते हुए व्यक्तित्व विकास एवं लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी को सफलता प्राप्त करने हेतु पढ़ने, लिखने एवं बोलने की क्षमता में पारंगत होना चाहिए। सहायक आचार्य नारायण कुमार एवं महेंद्र चौधरी ने प्राचीन काल से वर्तमान काल तक बदलते शैक्षिक परिदृश्य के साथ गुरु-शिष्य संबंधों पर विचार व्यक्त करते हुए उच्च शिक्षा में आधुनिक तकनीकों के प्रति समझ को बढ़ाने पर बल दिया।
इस संगोष्ठी में दरिया कुमारी, राबिया, अंजु, पूजा कुमारी, विद्या, प्रिया, मीना, उर्मिला, अरविंद बिश्नोई, भलाराम, नरपत बुनकर, मुकेश चौधरी, जेठाराम, प्रवीण कुमार, हितेश खानवत ने अपने विचार व्यक्त किए। बीए तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों ने महाविद्यालय के सभी शिक्षकों को पेन एवं नोट बुक देकर बहुमान किया। इस अवसर पर महेंद्र सिंह मीना, लक्ष्मण बिश्नोई, नरेश पुरोहित, लाडुराम, हिन्दुराम, प्रदीप कुमार सुथार, रविन्द्र दान सहित महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहें।
संगोष्ठी का संचालन महाविद्यालय के विद्यार्थी लिन्चा एवं मुकेश धोरावत ने किया।
वहीं निजी विधालय आलोक बाल सदन में भी शिक्षक दिवस पर हिंदी व इंग्लिश माध्यम के बच्चों ने आज शिक्षक दिवस के अवसर पर बच्चों द्वारा अपने पसंदीदा शिक्षक व शिक्षिकाओ का वेष भूषा धारण कर व केक काटकर शिक्षक दिवस मनाया गया। विभिन्न कक्षाओं द्वारा अलग-अलग अपने क्लास रूम को गब्बरों और फुलों व केक से सजाकर शिक्षक दिवस मनाया। कार्यरत सभी अध्यापक अध्यापिकाओं द्वारा गुरु शिष्य के पवित्र संबंध और शिक्षक के जीवन पर विचार व्यक्त किए गए।
इस अवसर पर संस्था के संस्था प्रधान सुखराम खोखर, प्रधानाचार्या शीतल चौधरी, व्याख्याता हिमांशु, हिमताराम, श्रवन गहलोत, दिनेश कुमार चौधरी, अशोक बिश्नोई, राकेश गर्ग, अफसाना बानो, विनीता राव, निकिता राव, रतनलाल प्रजापत, रवि कुमार चौधरी, सरोज खोखर, हिना खत्री, वर्षा राजपुरोहित, शैलेश कुमार दर्जी अन्य अभिभावक छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।