Jalore News: जालौर जिले में एक बार फिर पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। जालौर जिले के करडा थाना अंतर्गत अरनाय गांव में पुलिसकर्मियों की दबंगई और दादागिरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जिसमें पुलिसकर्मी मिठाई दुकान दार के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार मामला अरणाय गांव का है जहाँ एक मिठाई दुकानदार ने स्थानीय पुलिसकर्मियों पर हफ्ता वसूली और मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित दुकानदार के अनुसार, पुलिसकर्मी हर रात उसकी दुकान पर आते थे और 10 बजे के बाद दुकान खुली रहने पर जबरन पैसे मांगते थे। जब उसने हफ्ता देने से इनकार किया, तो पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ उसे गाली दी, बल्कि बेरहमी से मारपीट भी की।

दुकानदार ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उसे दुकान से जबरन उठाकर करड़ा थाने ले गए, जहां पूरी रात उसे पीटा गया। मारपीट के कारण उसकी नाक से खून बहने लगा और गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाना पड़ा। पीड़ित का दावा है कि इस पूरी घटना के सीसीटीवी फुटेज उसके पास मौजूद हैं, जो उसकी बात को साबित कर सकते हैं। दुकानदार का कहना है कि वह एक साधारण मजदूर है और अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए संघर्ष कर रहा है। पुलिस की प्रताड़ना के कारण उसकी दुकान तीन दिनों से बंद पड़ी है, जिससे उसका परिवार आर्थिक संकट में आ गया है। उसने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

पीड़ित ने चेतावनी दी है कि अगर उसे न्याय नहीं मिला, तो वह थाने के बाहर धरना प्रदर्शन करेगा। मामले को लेकर व्यापारियों में व स्थानीय लोगों में भी आक्रोश है और वे निष्पक्ष जांच व दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पीड़ित दुकानदार ने बताया कि मैं बाड़मेर का रहने वाला हूं और अरनाय गांव में मिठाई की दुकान चलाता हूं। मेरे परिवार में मेरी पत्नी, छह बेटियां और एक बेटा है। मैं अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए यहां आया हूं, लेकिन स्थानीय पुलिसकर्मी मुझसे जबरन हफ्ता वसूलने की कोशिश कर रहे हैं। हर रात पुलिसकर्मी मेरी दुकान पर आते हैं और कहते हैं कि अगर 10 बजे के बाद दुकान खुली रही, तो मुझे हफ्ता देना होगा।

जब मैंने मना किया और बताया कि मैं मजदूर आदमी हूं, हफ्ता देने की स्थिति में नहीं हूं, तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। मैंने उनसे बहुत विनती की, मेरी स्थिति समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मेरी एक भी नहीं सुनी। मेरी पत्नी भी रोती रही, लेकिन उन्होंने उसकी भी परवाह नहीं की। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने मुझे जबरन पकड़ लिया और मारते-पीटते करड़ा थाने ले गए। वहां पूरी रात मेरी पिटाई की गई, जिससे मेरा नाक से खून बहने लगा और मेरी तबीयत बिगड़ गई। जब मेरी हालत ज्यादा खराब हो गई, तो आनन-फानन में मुझे अस्पताल ले जाया गया।

मेरी दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों में यह सब रिकॉर्ड हुआ है, मेरे पास सबूत भी हैं। मैं प्रशासन से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि मुझे न्याय दिलाया जाए और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी और गरीब मजदूर के साथ ऐसा अन्याय न हो। अगर मुझे न्याय नहीं मिला, तो मैं धरना दूंगा और न्याय की गुहार लगाऊंगा। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद अब पीड़ित ने दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन पुलिसकर्मियों पर पुलिस विभाग अब क्या लगाम लगाएगा और सबसे बड़ी बात यह है कि पीड़ित के साथ की गई मारपीट को लेकर आम जन में विश्वास और अपराधियों में भय वाला स्लोगन कहीं ना कहीं अब दिखता नजर नहीं आ रहा है।

“पुलिस द्वारा इस प्रकार की प्रताड़ना व दबंगई अगर की गई है तो सरासर गलत है। मैं पूरे मामले की जानकारी ले रहा हूं हमारी भावना हमेशा व्यापारियों के साथ न्याय की रही है।”
__हरीश पुरोहित समस्त व्यापार महासंघ सांचौर