करीब 10 वर्षों से जंजीरों से जकड़ा हुआ युवक के मामले को गंभीरता से लेते हुए मंत्री अविनाश गहलोत ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को निर्देश दिए, जिसके बाद विभागीय अधिकारी भगवानाराम चौधरी ने सावलाराम को मां कृपा सेवा संस्थान में भर्ती कराया, जहां उनका नि:शुल्क इलाज शुरू किया गया।
Sanchore News: सांचोंर उपखंड के बड़सम गांव निवासी सावलाराम जो पिछले 18 वर्षों से मानसिक रूप से पीड़ित थे और 10 वर्षों से जंजीरों में जकड़े हुए थे। पीड़ित परिवार के पास इतना धन नहीं की बड़े-बड़े अस्पतालों में इलाज कर सके। लंबे अर्से से अपने आजादी की राह देखते सावलाराम हमेशा अपने घर में जंजीरों से बंधे रहते थे।

गांव के ही एक जागरूक युवक ने सोशल मीडिया के युग में पीड़ित सांवलाराम की तस्वीरें ट्विटर पर डाली एवं संबंधित विभाग एवं मंत्री को टैग किया। फिर कुछ ही समय बाद संबंधित मंत्री अविनाश गहलोत ने ट्वीट का जवाब देते हुए जिले के अधिकारियों को निर्देशित किया। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से राहत मिली। सामाजिक कार्यकर्ता करमीराम देवासी ने सांवलाराम से संबंधित सारी जानकारी विभाग को दी एवं कुछ समय बाद विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

मामले को गंभीरता से लेते हुए अविनाश गहलोत ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को निर्देश दिए, जिसके बाद विभागीय अधिकारी भगवानाराम चौधरी ने सावलाराम को मां कृपा सेवा संस्थान में भर्ती कराया, जहां उनका नि:शुल्क इलाज शुरू किया गया। इसके साथ ही प्रशासन ने परिवार को आर्थिक राहत देने के लिए पालनहार योजना के तहत ₹4500 प्रतिमाह, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में ₹1150 प्रतिमाह और खाद्य सुरक्षा योजना में पूरे परिवार का नाम जोड़कर मदद प्रदान की। इस त्वरित कार्रवाई से पीड़ित और उसके परिवार को बड़ी राहत मिली है।
