ओपीएस बहाली, वेतन विसंगति व एमएसीपी सुधार पर गरमाई बहस- नवनिर्वाचित अध्यक्ष बोले: सरकार की अनदेखी बर्दाश्त नहीं करेंगे…
सांचौर, शिक्षक भवन सांचौर में रविवार को अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ ब्लॉक सांचौर के चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुए। घटक संगठनों की सक्रिय उपस्थिति में हुई निर्वाचन प्रक्रिया में अशोक कुमार विश्नोई (पटवारी) निर्विरोध ब्लॉक अध्यक्ष निर्वाचित हुए। वहीं बाबूलाल जोशी (शारीरिक शिक्षक, राउमावि जाखल) को ब्लॉक महामंत्री चुना गया। चुनाव पर्यवेक्षक राजूराम ईसरवाल (प्रधानाचार्य, राउमावि चेंडा) और चुनाव अधिकारी पूनमचंद बिश्नोई (संरक्षक, महासंघ जालौर) की देखरेख में पूरी प्रक्रिया जिलाध्यक्ष किशनलाल सारण के नेतृत्व में संपन्न हुई।

महासमिति बैठक में गूंजे कर्मचारी मुद्दे : चुनाव से पूर्व आयोजित महासमिति बैठक में वक्ताओं ने कर्मचारियों की प्रमुख समस्याओं पर जोरदार चर्चा की। जिलाध्यक्ष किशनलाल सारण ने कहा कि कर्मचारी वर्ग आज असुरक्षित महसूस कर रहा है। वेतन विसंगति, तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण और ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) की बहाली जैसे मुद्दे लंबे समय से लटके हुए हैं। उन्होंने कहा कि एनपीएस से कर्मचारियों का भविष्य असुरक्षित है, इसलिए ओपीएस बहाली पर सरकार को स्पष्ट रुख अपनाना होगा। पटवार संघ जिलाध्यक्ष कमलेश जानी ने कहा कि सरकार के समक्ष प्रभावी संघर्ष के लिए एकजुटता ही सबसे बड़ा हथियार है।

दिल्ली रैली में बड़ी भागीदारी का आह्वान : प्रगतिशील शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष जयकरण खिलेरी ने 25 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली “ओपीएस बचाओ रैली” में सांचौर से अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह रैली देशभर के कर्मचारियों की एकजुटता का प्रतीक बनेगी। ग्राम विकास अधिकारी संघ सचिव खेतसिंह गढ़वी ने एमएसीपी स्कीम में बदलाव की मांग उठाई- 9, 18, 27 वर्षों की जगह 7, 14, 21, 28 और 32 वर्षों पर लाभ देने का सुझाव रखा।

नवनिर्वाचित अध्यक्ष का संकल्प– “एकता और संघर्ष से ही बदलाव” नवनिर्वाचित अध्यक्ष अशोक कुमार विश्नोई ने पदभार ग्रहण करते हुए कहा कि सरकार यदि कर्मचारी हितों की अनदेखी करती रही, तो संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा। उन्होंने सभी घटक संगठनों से मिलकर नई एकता की मिसाल कायम करने का संकल्प लिया।

प्रमुख उपस्थित सदस्य : बैठक में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जयकरण खिलेरी, कमलेश जानी, खेतसिंह गढ़वी, हरिराम, शंकराराम डारा, बाबूलाल कुराड़ा, प्रभाराम चौधरी, रामलाल कुराड़ा, राजेंद्र साहू, दिनेश सुथार, किशनलाल ढाका, जगदीश सऊ, प्रवीण जानी, पूनमचंद जाट, राजूराम गोदारा, मलाराम, अंबालाल रानुवा, भेराराम व पुखराज विश्नोई सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।



