जालौर किले पर धर्म और व्यवस्था की टकराहट; अभयदास महाराज के दर्शन पर बवाल, पुलिस पर पथराव, पथराव में घायल हुए एडिशनल एसपी, अभयदास बोले-मुझे सुरक्षा नहीं, सिर्फ रोक टोक, बायोसा माता मंदिर पहुंचने से रोके गए अभयदास महाराज
जालौर.जिले के ऐतिहासिक जालौर किले पर शुक्रवार को बड़ा बवाल हो गया। कथा वाचक अभयदास महाराज को बायोसा माता मंदिर के दर्शन से रोके जाने के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। प्रशासन की रोक के बावजूद जैसे ही महाराज मंदिर के लिए रवाना हुए, पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोकने की कोशिश की। इसी दौरान भारी भीड़ इकट्ठा हो गई और हालात बेकाबू हो गए। पथराव की घटना में एडिशनल एसपी की गाड़ी के शीशे टूट गए, उनके गनमैन को चोटें आईं, जबकि कई महिला श्रद्धालु और एक कांस्टेबल भी घायल हो गए।

सूत्रों के अनुसार, दो दिन पहले अभयदास महाराज द्वारा मंदिर परिसर के पास बनी एक मजार को लेकर कथित भड़काऊ बयान दिया गया था, जिसके बाद जिले में तनाव फैल गया था। सोशल मीडिया पर उन्हें धमकियां मिलने के बाद पुलिस ने दो मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार भी किया था। इसी पृष्ठभूमि में प्रशासन ने महाराज के मंदिर जाने पर रोक लगाई थी।

मगर शुक्रवार को महाराज जैसे ही समर्थकों के साथ दर्शन के लिए निकले, पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में रोक लिया। बताया जा रहा है कि महाराज भीड़ के साथ एक मकान की छत पर जा पहुंचे, जहां से नारेबाजी शुरू हुई। पुलिस जब भीड़ को तितर-बितर करने लगी, तभी अचानक पथराव शुरू हो गया।

इस पथराव में एडिशनल एसपी और अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचा है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और आसपास के क्षेत्रों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

इधर अभयदास महाराज ने आरोप लगाया है कि प्रशासन उन्हें सुरक्षा देने में विफल रहा है और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता में बाधा पहुंचाई जा रही है। उन्होंने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने की घोषणा की है।

घटना के बाद हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद यादव ने स्पष्ट किया कि “कानून से ऊपर कोई नहीं है। जो भी भड़काऊ बयान देगा या शांति भंग करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

फिलहाल पुलिस प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और पूरे घटनाक्रम की जांच जारी है।