सांचौर जिला रद्द होने के संकेत के बाद, पूर्व मंत्री बैठें आमरण अनशन पर, बोले सरकार जिला नहीं हटाने की गारंटी दे।
•सांचौर ज़िला बचाने के लिये पुर्व राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई आज से बैठें आमरण अनशन पर
•सांचौर विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों लोग भी हैं मौजूद
•सरकार पूर्णतया आश्वस्त नहीं कर दे की सांचौर जिला नहीं हटेगा तब तक मैं आमरण अनशन पर ही बैठा रहूंगा, चाहें जिले वासियों व जिले की आने वाली भावी पीढ़ियों के लिए मुझे अपने प्राण भी क्यों नहीं त्यागना पड़े : सुखराम बिश्नोई
सांचौर.प्रदेश की पिछली अशोक गहलोत सरकार में बने 17 नए जिले को लेकर वर्तमान भजनलाल सरकार रद्द करने की बात कह रही हैं। भाजपा के कई वरिष्ठ नेता जिले रद्द करने को लेकर मीडिया में बयान दे चुके हैं।
पिछले कांग्रेस सरकार में नवगठित सांचौर जिले को ख़त्म करने की सोशल मीडिया पर चल रही अफ़वाहों के बीच सांचौर में भारी आक्रोश देखने को मिला रहा है। इसी के चलते आज से कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे सांचौर के पूर्व विधायक सुखराम विश्नोई सांचौर जिला बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले आमरण अनशन पर बैठे हैं। आपको ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की ओर से दिए गए बयान से छिड़ी जंग के बाद दो दिन पहले आई पुलिस अधीक्षकों की सूची में सांचोर ज़िले के पुलिस अधीक्षक को हटाकर जालोर ज़िले के पुलिस अधीक्षक को अतिरिक्त चार्ज देने एवम उससे पहले सांचौर एडीएम का भी तबादला कर दिया गया जब से लगाकर अभी तक पद रिक्त चल रहा है। उस के बाद से ही सांचौर जिले वासियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
साथ ही वर्तमान सरकार द्वारा गठित एक समिति नए जिलों की समीक्षा कर रही है। जिसके बाद नए जिले निरस्त करने की आशंकाएं जताई जा रही हैं। इसके चलते स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया है। आज सांचोर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर पूर्व राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई 11 बजे से आमरण अनशन पर बैठ गए हैं बिश्नोई के साथ सांचौर विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों की संख्या में लोग भी मौजूद हैं। सुखराम बिश्नोई ने धरने पर बैठने से पूर्व कहा कि जब तक राज्य सरकार सांचौर जिले वासियों को पूर्णतया आश्वस्त नहीं कर दे की सांचौर जिला नहीं हटेगा तब तक मैं आमरण अनशन पर ही बैठा रहूंगा चाहें जिले वासियों के लिए मुझे अपने प्राण भी क्यों नहीं त्यागना पड़े।
•सांचौर जिला बनने के लिए हर मापदंड करता है पूर्ण
नवगठित सांचौर जिला जालोर से करीब 154 किलोमीटर दूर हैं, ऐसे में सांचोर जिला सभी मापदण्डों को पूरा करता है। सांचौर जिले की जनसंख्या लगभग 8.45 लाख है और इसके अंतर्गत 2 विधानसभा क्षेत्र, 5 पंचायत समितियां, 150 ग्राम पंचायतें और 451 गांव आते हैं। सांचौर मुख्यालय से पाकिस्तान सीमा की दूरी केवल 100 किलोमीटर है, जिससे क्षेत्र की रणनीतिक और प्रशासनिक महत्ता और बढ़ जाती है। सांचौर जिला नेशनल हाइवे -68 हैं जो पठानकोट (पंजाब) से कांडला (गुजरात) तक जाता हैं और भारतमाला प्रोजेक्ट से जुड़ा हुआ है, जो इसे व्यापार और यातायात के लिहाज से भी महत्वपूर्ण बनाता है।
•पूर्व राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ये लिखा…
जनभावनाओं का सम्मान करते हुए सांचौर जिले को यथावत रखने की मांग को लेकर मैं 11 बजे से सांचौर जिला कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठने जा रहा हूं। सांचौर जिले को बरकरार रखने व सांचौर जिलेवासियों के मान-सम्मान के खातिर मैं अंतिम सांस तक संघर्ष का प्रण लेता हूं।
सांचोर जिले को यथावत रखने की मांग को लेकर सरपंच और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर सौंपा ज्ञापन
आईपीएस की ट्रांसफर लिस्ट में सांचौर के एसपी हरिशंकर का तबादला होने और जालोर एसपी को सांचौर का अतिरिक्त चार्ज देने के बाद जिला रद्द होने की चर्चा वापस तेज हो गई है। इसके बाद में लोग एकजुट होकर विरोध जता रहे हैं और सांचोर जिले को यथावत रखने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर सांचोर जिले के सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा मिलकर कलेक्ट्रेट के आगे कल धरना प्रदर्शन किया गया और उसके बाद में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
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