जिले को यथावत रखने की मांग, विभिन्न संगठनों ने उठाई आवाज़
जिला कलेक्टर को जिला यथावत रखने को लेकर सौंपा ज्ञापन
✍️भीखाराम लोल
सांचौर.भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के द्वारा दिये गए बयान के बाद सांचोर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए है। जिसको लेकर आज बार एसोसिएशन सांचोर ने एकदिवसीय हड़ताल रखकर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में बताया कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के द्वारा एक बयान में कहा कि सांचोर सहित 6 से 7 जिले ऐसे है, जो कि मापदण्डों के अनुरूप नहीं बनाए गए हैं। उन्हें हम खत्म करेंगे। इसी बयान के बाद में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। अधिवक्ताओं ने कहा कि सांचोर जिला अपने सभी मापदण्डों को पूरा करता है, पुराना जिला जालौर जो सांचोर के अंतिम गांव से 250 किलोमीटर दूर पड़ता है, ऐसे में सांचोर जिला बनना ही चाहिए था। ऐसे में उन्होंने बताया कि अगर प्रदेश सरकार ने सांचोर जिले को हटाने की सोची तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
भीलवाड़ा में मीडिया से बातचीत के दौरान दिया बयान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ रविवार को जैन संत आचार्य राम मुनि के दर्शन करने भीलवाड़ा पहुंचे थे। इस दौरान सांसद दामोदर अग्रवाल के घर पर मीडिया से बातचीत में ये बात कही। इस बयान के बाद से ही जिलों को लेकर एक नई चर्चा शुरू हो चुकी हैं। क्योंकि कुछ दिनों पहले सांचोर जिले को रदद् करने को लेकर चर्चा हुई थी। उस दौरान यहां के स्थानीय नेताओं और लोगों ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि सांचोर जिला रहना ही चाहिए अगर सांचोर जिले को रद्द करने की बात भी सामने आई तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
जब से राज्य में नई भाजपा सरकार बनी हैं, तब से गहलोत सरकार ने जो नए जिलों का गठन किया है उनको रदद् करने को लेकर बात सामने आ रही हैं। ऐसे में नए जिलों को लेकर भाजपा सरकार के द्वारा बनाई गई कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। इसी बीच भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने नए जिलों को लेकर बयान दिया है इसमें उन्होंने बताया कि नए बनाये गए जिलों में से 6 से 7 जिलों को हम खत्म करेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि इसके अध्ययन को लेकर हमनें एक कमेटी भी बनाई है, जिसने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। इस रिपोर्ट के आधार पर आगे का निर्णय लिया जाएगा।
गहलोत सरकार ने नेताओ को खुश करने के लिए जिले बनाये
प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने यह भी आरोप लगाया कि गहलोत ने बिना किसी जरूरत और बिना किसी मांग नेताओ को खुश करने के लिए नए जिले बना दिए। उन्होंने कहा कि सांचोर, केकड़ी सहित 6 से 7 जिले ऐसे हैं, जिन्हें जिलों की जरूरत नहीं थी। लेकिन फिर भी वहां जिले बनाये गए। उन्होंने कहा कि मात्र जनप्रतिनिधियों को खुश करने के लिए जिला बनाना सही है, ऐसे में हम उन जिलों को खत्म करेंगे।