हर किसान को बनवाना ही होगा आईडी कार्ड, बिना इसके नहीं मिलेगी किसान सम्मान निधि, फसल बीमा का फायदा, बैंक से बिना डॉक्यूमेंट ले सकेंगे ऋण।
Jalore News: एग्रीस्टैक योजना के तहत किसानों को सशक्त करने के उद्देश्य से जालोर जिले में ग्राम पंचायतवार शिविरों का आयोजन किया जा रहा है जिसमें 24748 किसान अपना पंजीकरण करवा चुके हैं जिससे 11 अंकों की यूनिक आईडी मिली हैं।

जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने बताया कि केन्द्र सरकार की ओर से पारदर्शिता सुनिश्चित करने एवं किसानों को जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभांवित करवाने के लिए एग्रीस्टेक डिजिटल कल्चर इनिशिएटिव के तहत एग्रीस्टेक डिजिटल एग्रीकल्चर परियोजना शुरू की गई है। इसके तहत प्रत्येक किसान का रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा इस रजिस्ट्रेशन के बाद किसान को 11 अंकों का यूनिक नम्बर दिया जाएगा यह किसान की एक अलग पहचान होगी। इस फार्मर आई डी से किसान के समस्त कृषि भूखंड और हिस्से जुड़े रहेंगे इसे किसान के आधार से लिंक किया जाएगा। इसमें इस तरह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी कि अगर कोई किसान जमीन की खरीद एवं बेचान करता है, तो रिकॉर्ड अपने आप ही अपडेट हो जाए। इससे राज्य सरकार को किसानों, उनकी कृषि भूमि, फसल अपादन और संबंधित गतिविधियों पर रीयल-टाइम डेटा उपलब्ध होगा और सरकार बेहतर नीतियां बना सकेगी। फार्मर रजिस्ट्री शिविरों में किसानों को रजिस्ट्रेशन के उपरांत 11 अंको की यूनिक फार्मर आईडी मिलेगी। यूनिक आईडी के बिना किसानों को किसान सम्मान निधि व फसल बीमा आदि योजनाओं का लाभ मिल सकेगा साथ ही आईडी से बिना डॉक्यूमेंट किसानों को ऋण मिल भी सकेगा।

27 फरवरी से 1 मार्च तक 30 ग्राम पंचायतों में फार्मर रजिस्ट्री शिविर का होगा आयोजन : एग्रीस्टैक योजना के तहत जालोर जिले में 27 फरवरी से 1 मार्च तक मेडा उपरला, नारणावास, नून, डोडियाली, गुडाबालोतान, हरजी, पांचोटा, रामा, शंखवाली, आसाणा, पोषाणा, रेवतड़ा, लाखनी, मोरसीम, नांदिया, कोटकास्तां, नरता, थोबाउ, कलापुरा, खानपुर, मांडोली, धानोल, डूंगरी, गांग, चौरा, अचलपुर, दुगावा, हाडेचा, होतीगांव व ईटादा ग्राम पंचायत में शिविर का आयोजन किया जायेगा।