सांचौर.सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया मे जिला सांचौर को निरस्त करने की कार्रवाई की अफवाहे चल रही है जिला सांचौर को यथावत रखे जाने बाबत अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ ने कलेक्टर को ज्ञापन मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के नाम सोपा गया।

इस मोके पर बोलते हुए अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ जिला सांचौर संयोजक किशनलाल सारण ने कहाँ की हमारे सामाजिक आर्थिक और सांस्कृतिक पहचान का मुख्य केंद्र बिंदु जिला सांचोर है नवीन सांचौर जिले के सुदूर पूर्व क्षेत्र के अंतिम गांव से सांचोर जिले मुख्यालय की दूरी चारो तरफ 100किमी से 150 किमी है और यदि जिले को निरस्त किया जाता है। तो पूर्व जिला मुख्यालय की दूरी 250 से 300 किलोमीटर पड़ती है जो अत्यधिक दूर है नवीन जिला बनने से लोगों में उत्साह का संचार उत्पन्न हुआ है कार्य करने की सरलता हुई है लोग आसानी से अपना कार्य निपटाकर वापस घरों की ओर प्रस्थान कर सकते हैं।जबकि पूर्व जिला मुख्यालय जालौर में आने और जाने के एक दिन आना एक दिन जाना लगता था समय की बचत हुई है। सबसे बड़ी बात यह है कि आज ज्ञापन सांचौर ही दिया गया।

सांचौर जिला बनने के बाद अपराधों में कमी आई है जिला कलेक्टर पुलिस प्रशासन की मुस्तेदी से यहां पनप रहे नशे की प्रवति पर पूर्णतया प्रतिबंध लगने की ओर है यदि जिला निरस्त कर दिया जाता है तो यहां के वाशीदो के साथ घोर अन्याय होगा।हमारे आन बान और शान का प्रतीक,जहाँ नमदेश्वर शीलू घाट जहां प्राचीन विविधता लिए हुए सांस्कृतिक धरोहर के रक्षक,कृषि क्षेत्र में अग्रणी जहां से नेशनल हाईवे 68 गुजरता है आवागमन के साधन जहाँ मुंबई सहित राजस्थान के तमाम जिलों में परिवहन की सुविधा लिए हुए है यह जिला कृषि का आधार स्तंभ, जहां स्कूलों की बहुतायत,जेंडर गैप में अग्रणी, नामांकन वर्दी मे सर्वश्रेष्ठ राजस्व प्राप्ति में अग्रणी जिला सांचोर प्रगति की और अग्रसर है। पूर्व में गुजरात राज्य से सटा हुआ, इधर बाड़मेर एवं पाकिस्तान से सीमावर्ती जिला एवं सैन्य दृष्टि से भी महत्वपूर्ण श्रेणी में आता है वायु यान का भी उतरने का प्रयोग एवं प्रशिक्षण किया गया।

अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के बैनर तले ज्ञापन दिया इस मोके पर जयकिशन विशनोई ग्राम विकास अधिकारी, प्रभाराम चौधरी,अशोक खीचड़ पटवारी, मंगलाराम सारण पीइईओ, बाबू लाल कुराडा, घेवर चंद बिश्नोई मंत्री चितलवाना, अम्बालाल रनुआ, मांगीलाल प्रयोगशाला सहायक, प्रेम कँवर, टीना देवी,भीमाराम वरिष्ठ सहायक, राजूरामविशनोई , राजूराम साऊ, किशनलाल सेन,आसुराम,धोलाराम, पूनमाराम मनोहरदान, हरिराम खिलेरी, नरेश साऊ, गणपत सारण, जगदीश धायल, उत्तम खीचड़ सहित सेकड़ों कर्मचारियों ने सहभागिता निभाते हुए उपस्थिति दी।