•पति-पत्नी दोनो आईएएस आपस में 150 KM की दूरी, आसपास के जिलों में एक ही समय पर किया था पदभार ग्रहण
•सोनोग्राफी की रिपोर्ट में पथरी का होना सामने आया, करीब एक घण्टा भर्ती रहने के बाद उन्हें रेडियोलॉजिस्ट से जांच करवाने की दी चिकित्सकों ने सलाह
जालौर.जिले के नव नियुक्त कलेक्टर डॉक्टर प्रदीप गवाङे शनिवार शाम को अपनी पत्नी से मिलने के लिए बाड़मेर जा रहे जालोर कलक्टर को सायला के आस पास पहुंचने पर असहनीय दर्द हुआ जिनके कारण सायला में एक घण्टा एडमिट रहना पड़ा। उसके बाद वे बाड़मेर के लिए रवाना हुए।

जानकारी के मुताबिक जालोर कलक्टर डॉ प्रदीप के. गावंडे शनिवार शाम को पत्नी टीना डाबी से मिलने के लिए जालोर से बाड़मेर के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान बीच रास्ते में ही उन्हें असहनीय दर्द होने लगा। जिस कारण चेकअप के लिए कलक्टर रास्ते में सायला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचे। वहां लगभग एक घण्टे तक उन्हें भर्ती रहना पड़ा। केंद्र प्रभारी डॉ. रघुनंदन विश्नोई ने बताया कि कलक्टर को पेट मे बेहद असहनीय दर्द होने लगा था, उनका ब्लड प्रेशर (BP) बढ़ गया था।

डाॅक्टर के अनुसार दर्द इतना था कि सहन करना कलेक्टर के लिए बड़ा मुश्किल हो रहा था। जिस कारण यहां उपचार पर करीब एक घण्टा भर्ती रखना पड़ा। CHC में सोनोग्राफी मशीन की व्यवस्था नहीं होने के कारण कलक्टर को निजी अस्पताल लाइफ केयर में ले जाया गया, जहां उनकी सोनोग्राफी की गई। सोनोग्राफी की रिपोर्ट में सामने आया कि उनके पेट में स्टोन (पथरी) है। एक पथरी ऊपरी हिस्से में थी, जबकि एक स्टोन निचले हिस्से तक पहुंच गई थी, लेकिन उच्च स्तर की मशीन की व्यवस्था के अभाव में निचले स्तर की पथरी को स्कैन करने में मुश्किल हुई।ऐसे में उपचार से राहत मिलने के कारण कलक्टर डॉ प्रदीप बाड़मेर के लिए रवाना हो गए। कलेक्टर ने बाड़मेर पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने रेडियोलॉजिस्ट से जांच करवाने की सलाह दी है।

बाड़मेर में कलक्टर है पत्नी टीना डाबी
IAS डॉ प्रदीप गावंडे को पिछले महीने ही जालोर कलक्टर लगाया गया है, इसके साथ ही इनकी धर्म पत्नी IAS टीना डाबी को भी बाड़मेर जिले के कलक्टर की कमान सौंपी हुई है। दोनों की आपस में दूरी भी भजनलाल सरकार ने कम करके 150 किलोमीटर कर आसपास के जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। इस कारण रविवार के अवकाश को देखते हुए पत्नी से मिलने के लिए शनिवार शाम को जालोर कलक्टर गावंडे बाड़मेर के लिए निकले थे।

इनका कहना है…
____जालोर कलेक्टर डॉक्टर प्रदीप गवाड़े को बेहद असहनीय दर्द हो रहा था, सोनोग्राफी की रिपोर्ट में पथरी का होना सामने आया है, करीब एक घण्टा भर्ती रहने के बाद आराम मिला, उसके बाद वे रवाना हो गए थे। उन्हें रेडियोलॉजिस्ट से जांच करवाने की सलाह दी है।
_______-डॉ रघुनंदन विश्नोई, बीसीएमओ, सायला, जालौर